चंडीगढ़, 10 जनवरी। दिग्गज कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल शहर की सियासत में निर्णायक भूमिका अदा करने वाले व्यापारियों के हक में खड़े हो गए हैं।
बंसल ने सेक्टर 7, 26, नॉर्दन सेक्टरों व इंडस्ट्रियल एरिया में नीड बेस्ड चेंज की इजाजत के बजाए पिछले समय में 7 फूड आउटलेट की सीलिंग के विरोध कर एक बयान जारी किया है।
उन्होंने कहा कि 1960 में सेक्टर 7 व 26 के शोरूम में पीछे कोर्टयार्ड बिल्डिंग मटेरियल व हार्डवेयर की स्टोरेज के लिए बने थे लेकिन, आज स्थिति बिल्कुल अलग है और सेक्टर 7 और 26 के बैक कोर्टयार्ड फूड स्ट्रीट में तब्दील हो चुके हैं और इन कोर्टयार्ड को कवर करना नीड बेस्ट चेंज में शामिल होना चाहिए व इसको मंजूरी मिलनी चाहिए।
बंसल का कहना है कि एक ओर प्रशासन कन्वर्जन पॉलिसीज ला रहा है ताकि शहर इज आफ डूइंग बिजनेस हो, नई इन्वेस्टमेंट आए व युवाओं को रोजगार मिले लेकिन , दूसरी ओर चंडीगढ़ के मौजूदा ट्रेडर व व्यापारी प्रशासन की सख्त पॉलिसी के चलते शहर से पलायन कर रहे हैं , काफी हद तक तो पंचकूला व मोहाली में पलायन हो ही चुका है।
उन्होंने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के नेता व्यापारियों के समर्थन में तो आते हैं लेकिन, गवर्नर के नाम पर बहाने तलाशते हैं। अगर गवर्नर भाजपा नेताओं की नहीं सुन रहे तो फिर तो क्या ही कह सकते हैं। जब वोट मोदी जी ने अपने नाम पे मांगा है तो अब फिर उनको तंग भी तो मोदी जी की सरकार ही करेगी। यदि इरादा नेक हो तो शहर के व्यापारियों को बाहर का रास्ता देखने को मजबूर न होना पड़े । उन्होंने जोड़ा कि मोदी सरकार चंडीगढ़ के व्यापारीयों के लिये फेल साबित हुई है।
भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए बंसल ने कहा कि युवाओं को नौकरी का खुलेआम वादा करके भी सरकारी नौकरी के नाम पर मौजूदा सरकार ने कुछ नहीं किया है बल्कि प्राइवेट सेक्टर में पॉलिसी में नीड बेस्ड चेंज को मंजूरी न देकर युवाओं को मिल रहे इन रोजगार अवसरों में भी रोड़े अटका रहा है, इन फ़ूड आउटलेट्स पर काम करने वाले हजारों स्टाफ़ व उनके लाखों परिवारों को भी सड़क पर ला दिया है।