चंडीगढ़, 3 जनवरी। पंजाब सरकार राज्य में गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए गुरदासपुर, एसएएस नगर (मोहाली) और बठिंडा जिले में तीन बायो-फर्टिलाइजर टेस्टिंग लैब स्थापित करेगी।
यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडडियां ने दी। वे विशेष मुख्य सचिव कृषि केएपी सिन्हा के साथ विभाग की कार्यशीलता को और बढ़िया बनाने के लिए मुख्य कृषि अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कामकाज की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने डायरेक्टर कृषि को फील्ड अधिकारियों की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पेश करने और बीज, खाद्य और कीटनाशकों की सैंपलिंग और टेस्टिंग पूरा करने में असफल रहने वाले खराब प्रदर्शन करने वाले जिला अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
डायरेक्टर कृषि जसवंत सिंह ने बताया कि रबी सीजन के दौरान किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 13 दिसंबर को गठित उड़नदस्तों की पांच टीमों ने 110 रिटेल/होलसेल दुकानों की जांच की और 134 सैंपल लिए। इन टीमों ने 28 डीलरों की बिक्री बंद करने के साथ ही नंगल में एफआईआर भी दर्ज करवाई।
बैठक में बताया गया कि 35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई हो चुकी है और गेहूं पर तने पर गुलाबी सुंडी के हमले को कंट्रोल कर लिया गया है। कृषि विभाग द्वारा गेहूं की फसल पर किसी भी कीड़े के हमले की निगरानी के लिए पेस्ट सर्विलांस टीमों का गठन किया गया है।
खुड्डियां ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की स्थिति की समीक्षा करते हुए राज्य के किसानों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए ई-केवाईसी पूरा करने की अपील की।
मंत्री ने मुख्य कृषि अधिकारियों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसान कल्याण प्रोग्रामों को लागू करने और किसानों को कृषि में तकनीकी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए कहा।
बैठक में पंजाब मंडी बोर्ड की सचिव मिस अमृत कौर गिल और विभाग के अन्य सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे।