चंडीगढ़, 28 दिसंबर। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने मोहाली से लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के एक ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने दी। उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की के रूप में हुई है जो फिरोजपुर के सतिएवाला का रहने वाला है।
गिरफ्तार आरोपी पर पहले भी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट और यूएपीए समेत घृणित अपराधों के कम से कम 20 मामलों में वांछित है।
पुलिस ने उसके कब्जे से .30 कैलिबर के एक चीनी पिस्तौल समेत 8 जिंदा कारतूस बरामद किए जबकि एक गाड़ी भी जब्त की गई है।
यादव ने बताया कि पुलिस को आरोपी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इसके आधार पर एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली एजीटीएफ की टीमों ने एआईजी गुरमीत सिंह चौहान और डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ की निगरानी में आरोपी का पीछा करते हुए उसे मोहाली में सेक्टर 91 में एक अपार्टमेंट के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने इस जगह को अपने छिपने का ठिकाना बनाया हुआ था।
उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी पाकिस्तान की एजेंसियों, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और साबा (अमेरिका) के जरिए पाकिस्तान आधारित नशे और हथियारों के तस्करों के संपर्क में था और सरहद पार से हथियारों और नशे की खेप प्राप्त करता था।
डीजीपी ने बताया कि आरोपी विक्की को विरोधी गैंग दविंदर बंबीहा के मेंबर को मारने का काम सौंपा गया था।
एआईजी गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी विक्की 2018 में राजस्थान के गंगानगर में जिम में गोली मारकर कत्ल किए गए अपने विरोधी जॉर्डन के सनसनीखेज कत्ल में शूटर/गैंगस्टर अंकित भादू (मृतक) के सह-दोषियों में से एक था।उन्होंने बताया कि फरवरी 2019 में जीरकपुर के पीरमुछल्ला इलाके में की गई पुलिस कार्यवाही में अंकित भादू के मारे जाने के बाद आरोपी विक्रमजीत विक्की ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग में उसकी जगह ले ली और पंजाब, हरियाणा और राजस्थान राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में सक्रियता से शामिल हो गया।
पुलिस अब इस गैंग की हथियारों/ नशे की तस्करी की चेन पर रोक लगाने के लिए विक्रमजीत विक्की की आपराधिक गतिविधियों संबंधी गहराई से जांच में जुट गई है।