आशा वर्करों को मिला मंत्री से आश्वासन
चंडीगढ़, 1 दिसंबर। एआईयूटीयूसी से संबंधित आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिला और अपनी मांगें रखीं।
इस मुलाकात के दौरान मंत्री ने यूनियन को कई महीने की बकाया राशि का उन्होंने तुरंत भुगतान करने का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल में यूनियन की राज्य प्रधान राजबाला यादव, महासचिव मधु देवी, सचिव संतोष देवी, आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा जिला अंबाला की प्रधान अंजू वर्मा, कुसुम देवी, एआईयूटीयूसी के राज्य प्रधान कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट, ट्रेड यूनियन नेता एवं रिटायर्ड मुख्य अध्यापक सूबे सिंह यादव, निर्मला देवी, मीणा कुमारी, लाभकोर देवी, सरंजित कौर, सुखविंदर कौर, सुनीता, पिंकी शामिल रहे।
एआईयूटीयूसी के राज्य प्रधान कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने बताया कि आशा कर्मियों की समस्याओं और मांगों पर मंत्री जी से विस्तार से चर्चा हुई। इनमें मुख्य रूप से प्रदेश की आशा कर्मियों को पिछले पांच – छ माह से मानदेय नहीं दिए जाने पर प्रतिनिधिमंडल ने गहरा रोष प्रकट किया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि प्रदेश की आशा कर्मियों को पहले ही न्यूनतम मानदेय नहीं दिया जा रहा है और जो कुछ दिया जा रहा था, उसको भी 5 – 6 माह से नहीं दिया जा रहा है। बिना मानदेय के परिवार कैसे चलेगा? सरकार इसका जवाब दे।
कर्मचारी नेता मास्टर सूबे सिंह ने कहा कि सरकार कहती है कि ‘आशा पे’ एप बंद होने के कारण मानदेय नहीं दिया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा का कहना है कि अगर एप खराब है तो उसे ठीक कौन करेगा? अगर सरकार की नियत में खोट नहीं है तो पहले की तरह फॉर्मेट के आधार पर मानदेय दिया जा सकता है। तमाम बातें सुनने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि मानदेय विलंब आशा कर्मियों के अकाउंट में डाल दिया जायेगा और अन्य मांगों को जल्द ही पूरा किया जायेगा।
आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा की राज्य प्रधान राजबाला यादव ने बताया कि यूनियन ने फैसला लिया है कि अगर मानदेय नहीं मिला तो आगामी 5 दिसंबर को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे एवं सीएमओ की मार्फत सरकार को ज्ञापन दिए जाएंगे।