ब्लाक तलवाड़ा के गांव भंबोताड़ में सरकारी पंचायती ज़मीन से छुड़वाया अवैध कब्ज़ा

 
चंडीगढ़/ होशियारपुर, 15 नवंबर:
 
पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज ज़िला होशियारपुर में ब्लाक तलवाड़ा के गांव भंबोताड़ में 203 एकड़ पंचायती ज़मीन से अवैध कब्ज़ा छुड़वाया।
 
गांव के कम्यूनिटी सैंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंचायत मंत्री ने बताया कि भंबोताड़ के अंतर्गत चार गांवों में 252 एकड़ पंचायती ज़मीन पर कब्ज़ा है और 203 एकड़ ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा गांवों की पंचायतों व किसानों की ओर से स्वेच्छा से छोड़ा गया है, जो प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि बाकी ज़मीन पर लोगों ने अपने घर बना लिए हैं, जिस संबंधी पालिसी बनाकर जल्द कब्ज़ा छुड़वा लिया जाएगा और लोगों को भी कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस ज़मीन का कब्ज़ा छुड़वाया गया है वहां पर खैर व सागवान के पेड़ लगे हुए हैं और कटाई योग्य हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की मंज़ूरी के बाद इनकी कटाई करवा कर पैसा सरकार के खजाने में डाला जाएगा।
 
कैबिनेट मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने एक सवाल के जवाब में बताया कि प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 13 हज़ार एकड़ के करीब पंचायती ज़मीनों से अवैध कब्ज़े छुड़वाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से अदालती मामलों के निपटारे संबंधी पैरवी में और तेज़ी लाई जाएगी और प्रदेश में अन्य ज़मीनों को भी जल्द कब्ज़े से मुक्त करवा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार सरकारी ज़मीनों को अवैध कब्ज़ों से मुक्त करवाने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारी ज़मीनों पर अवैध कब्ज़े करवाने वाले किसी भी शख्स के बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो। उन्होंने कहा कि सरकारी ज़मीनों से अवैध कब्ज़े छुड़वाने के लिए काम कर रहे विभाग के शामलात सैल को मज़बूत किया गया है ताकि पंचायती ज़मीनों के कब्ज़े छुड़ाने में कोई परेशानी न आए।
 
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री के साथ विधायक दसूहा स. कर्मवीर सिंह घुम्मण, संयुक्त डायरेक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग स. जगविंदरजीत सिंह संधू, डिविजनल डिप्टी डायरेक्टर जालंधर स. अमरदीप सिंह गुजराल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) स. बलराज सिंह, डी.डी.पी.ओ. स. भूपिंदर सिंह मुल्तानी, बी.डी.पी.ओ तलवाड़ा स. सुखप्रीतपाल सिंह भी मौजूद थे।