विरोधियों को डर सता रहा है कि बहस में उनके गुनाह बेपर्दा हो जाएंगे

चंडीगढ़, 15 अक्तूबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज एक नवंबर को होने वाली बहस में विरोधी नेताओं द्वारा भाग जाने की सख़्त आलोचना करते हुए कहा कि वास्तव में इन नेताओं को अपने गुनाहों से पर्दा उठ जाने का डर सता रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पार्टियों के नेताओं की राज्य को बर्बाद करने वाले लोगों के साथ साँठ-गाँठ थी जिस कारण वह एक नवंबर की बहस में आने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं के हाथ और आत्माएं राज्य के लहु से भीगे हुए हैं, क्योंकि इन नेताओं ने पंजाब और पंजाबियों के साथ हमेशा गद्दारी की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं द्वारा राज्य के साथ कमाए गए द्रोह के लिए कभी भी माफ नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहस पंजाब को किसने और कैसे लूटने पर केंद्रित होगी, जिसमें भाई-भतीजा, जीजा-साला, पक्षपात, टोल प्लाज़े, नौजवानों, कृषि, व्यापार-दुकानदार, गुरबानी और नदियों के पानियों पर डाका मारने समेत राज्य से सम्बन्धित मसलों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने सभी मसलों पर पंजाब के साथ धोखा किया है जिसके लिए उनको लोगों के समक्ष जवाबदेह बनाया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नेता आएं या न आएं परन्तु वह बहस के लिए इन नेताओं की कुर्सियाँ बिछाकर रखेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के समय लोग कामयाब होने से भी भयभीत हो जाते थे क्योंकि यह नेता लोगों के कारोबार में जबरन हिस्सा-पत्ती डाल लेते थे। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लोगों की अंधी लूट की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण यह नेता सच का सामना करने से डरते हैं और बहस में न आने के लिए एक के बाद एक बहानेबाज़ी बना रहे हैं।