एशियाई खेल के पदक विजेताओं को वापसी के जल्द बाद नकद इनाम और अन्य लाभ देने का किया ऐलान
चंडीगढ़, 9 अक्तूबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को ऐलान किया कि हाल ही में एशियाई खेल में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को चीन से वापसी के 10 दिनों के अंदर-अंदर नकद इनाम और अन्य लाभ दिए जाएंगे।
यहाँ एग्जीक्यूटिव कोचों के साथ विचार-विमर्श के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने पदक विजेता खिलाडिय़ों के सम्मान की कभी परवाह नहीं की, परन्तु हमारी सरकार इस कार्य को पूरी प्राथमिकता देगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि पदक विजेताओं को वतन वापसी के बाद में जल्द से जल्द नकद इनाम और अन्य लाभ दिए जाएँ। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र मंतव्य चीन में हुई एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाना है।
एक खिलाड़ी के जीवन में प्रशिक्षकों की निर्णायक भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए प्रशिक्षकों का रोल अहम होता है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों द्वारा मेहनत और खिलाडिय़ों में भरे आम्त-विश्वास के साथ वह मैदान में उपलब्धियाँ हासिल करते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य खिलाडिय़ों के कॅरियर में दिए गए बेमिसाल योगदान के लिए प्रशिक्षकों का सम्मान करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के पास बहुत बढिय़ा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हाल ही में हुई एशियाई खेलों में अपनी काबिलीयत का लोहा मनवाया है। इन खेलों में पंजाब के खिलाडिय़ों ने कई पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि इसका सेहरा एक ओर खिलाडिय़ों के समर्पण को जाता है, दूसरी ओर प्रशिक्षकों द्वारा निभाई गई अग्रणी भूमिका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। भगवंत सिंह मान ने एशियाई खेलों में खेल भावना के शानदार मुज़ाहरे के लिए इन खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को मुबारकबाद दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में खेल सभ्याचार को सुरजीत करने के लिए वचनबद्ध है और इसमें प्रशिक्षक अहम रोल अदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में से नशों के ख़ात्मे के लिए कोशिशें कर रही है और इसलिए खेलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि खेलों को प्रोत्साहित कर पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए प्रशिक्षक एक प्रेरक की भूमिका निभा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार के पुरज़ोर यत्नों के स्वरूप पंजाब के इन खिलाडिय़ों ने राज्य के लिए नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाने के लिए उनको नकद इनाम और अन्य सुविधाएं दे रही है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इतिहास में यह पहला मौका है, जब पंजाब के खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की तैयारी के लिए भी वित्तीय सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के क्षेत्र में आईं नयी तकनीकों संबंधी वाकिफ़ होकर खिलाडिय़ों को तैयारी करवाने में प्रशिक्षक सबसे अहम होते हैं। उन्होंने कहा कि इससे खिलाडिय़ों को भविष्य की चुनौतियों से बढिय़ा तरीके से निपटने के योग्य बनाने में मदद मिली है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हमारे लिए ख़ुशी का अवसर है कि एशियाई खेलों में गए पंजाब के 48 में से 33 खिलाडिय़ों ने कुल 19 पदक जीते हैं, जिनमें से आठ स्वर्ण, छह रजत और पाँच कॉस्य पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद एशियाई खेलों के इतिहास में पंजाब के खिलाडिय़ों ने इस बार सबसे अधिक पदक जीते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के क्षेत्र में हीरे पैदा करने के लिए प्रशिक्षक बहुत मेहनत करते हैं और परमात्मा की कृपा स्वरूप यह जि़म्मेदारी उनको मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टी की बात है कि उनकी सरकार ने 12000 से अधिक अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर की हैं और एग्जीक्यूटिव कोचों के वेतन में वृद्धि करके इसको दोगुना कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 37000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी हैं। उन्होंने कहा कि अब अधिक से अधिक सरकारी नौकरियाँ हासिल करने के लिए गाँवों में मुकाबलेबाज़ी चल रही है। उन्होंने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है, प्राईवेट सैक्टर में और 2.89 लाख नौकरियाँ दी जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों की असंख्य ऊर्जा को सही दिशा में ले जाने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने दुख से कहा कि पंजाब में पिछली सरकारों ने खेल के क्षेत्र को बुरी तरह से अनदेखा किया, जिससे राज्य को बहुत बड़ा नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार खेल के क्षेत्र में पुरातन शान बहाल करने के लिए शिद्दत से काम कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में खेल के बुनियादी ढांचे को मज़बूत कर रही है, जिससे उभरते हुए खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय सुविधाएं हासिल हो सकें।
इस अवसर पर खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने सभी आदरणीय गणों का स्वागत किया।
इस दौरान दो प्रशिक्षकों नीतीश ठाकुर और जगबीर सिंह ने वेतन बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का तहे-दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस पहल से राज्य में खेल सभ्याचार को प्रफुल्लित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने वेतन बढ़ाने की लम्बे समय से लटकती आ रही माँग को स्वीकार करने के लिए मुख्यमंत्री के शुक्रगुजार होते हुए कहा कि इससे वह अपनी ड्यूटी और अधिक समर्पित भावना और उत्साह से निभाएंगे।