441 सब इंस्पेक्टर में से 61 बेटियां, जो पुलिस बल में हमारे लक्ष्य 15 फीसदी के करीब- मनोहर लाल
चंडीगढ़, 4 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज करनाल में हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में आयोजित प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर की दीक्षांत परेड समारोह में प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर का मनोबल बढ़ाते हुए उनसे आह्वान करते हुए कहा कि पुलिस केवल एक रोजगार नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और देश के प्रति सेवा का सम्मान है। इसलिए पुलिसकर्मियों को सदैव अपनी वर्दी का सम्मान रखते हुए जन सेवा के लिए स्वयं को समर्पित करना चाहिए। क्योंकि हमारे कंधे पर जो बैज लगा है, हम सभी उसका सम्मान बढ़ाते हैं और यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए कि पुलिस बल का सम्मान बना रहे।
दीक्षांत परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री ने प्रोबेशनर उप निरीक्षक बैच संख्या-20 में प्रथम रहे प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर सचिन कुमार, द्वितीय स्थान पर रहे प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर मंजित और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर टीना को प्रशंसा पत्र व नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। आज के दीक्षांत समारोह में कुल 441 प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर ने कर्तव्य परायणता की शपथ ली और जन सेवा के लिए स्वयं को समर्पित किया। इनमें 380 पुरुष तथा 61 महिलाएं शामिल हैं।
श्री मनोहर लाल ने सुझाव देते हुए कहा कि जिस प्रकार पुलिस अधिकारियों की पदोन्नति होती है और वर्दी पर स्टार बढ़ते जाते हैं, उसी प्रकार पुलिस थानों की भी स्टार रैंकिंग होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्दी पर स्टार एक व्यक्ति की पहचान के लिए ठीक हो सकता है, लेकिन पुलिस थानों को भी उच्च बनाने के लिए एक नई पहल करनी चाहिए। इसमें थाने का संचालन, कार्य का वातावरण, स्वच्छता, सुंदरता, भवन इत्यादि श्रेणियों को शामिल करते हुए स्टार रैंकिंग दी जानी चाहिए। अलग-अलग मापदंडों के लिए एक से लेकर 7 तक स्टार मिलेंगे तो नागरिकों का विश्वास भी उस थाने की ओर उतना ही ज्यादा बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने सदैव जनता की सेवा को समर्पित रहने वाले पुलिसकर्मियों के कल्याणार्थ एक ओर कदम बढ़ाते हुए अनेक घोषणाएं की हैं। उन्होंने सभी पुलिस कर्मचारियों को मिलने वाले विभिन्न भत्तों जैसे राशन मनी, वर्दी भत्ता, किट मेंटेंनेंस अलाउंस, कमांडो की डाईट मनी में ढाई गुणा बढ़ोतरी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राशन मनी को अब डाईट मनी के नाम से पुकारा जाएगा। साथ ही, उन्होंने सभी पुलिस कर्मियों के लिए वर्दी भत्ता में बढ़ोतरी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जैसे पहले डीएसपी को भर्ती के समय सिर्फ एक बार 5000 रुपये वर्दी भत्ता मिलता था, जोकि अब वर्ष में 10 हजार रुपये वर्दी भत्ता मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल को मिलने वाले कन्वेयन्स अलाउंस को 120 रुपये मासिक से बढ़ाकर 720 रुपये मासिक करने की घोषणा की, जोकि छः गुना की वृद्धि है। साथ ही, एएसआई, एसआई और इंस्पेक्टर के लिए भी कन्वेंस भत्ता 1000 रुपये मासिक करने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में कार्यरत स्टाफ को विशेष भत्ते के रूप में बेसिक पे पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त राशि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यह भत्ता प्रशिक्षण केन्द्रों में बतौर प्रशिक्षण स्टाफ अस्थाई डयूटी पर आये हुए कर्मचारियों को भी मिलेगा।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने व गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने निरंतर कदम उठाए हैं। इसी दिशा में उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि हर पुलिस लाइन में ई-लाइब्रेरी खुलवाई जाए, ताकि पुलिसकर्मियों के बच्चे भी बेहतर तरीके से पढ़ाई कर सकें। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच भी लगातार करवाई जानी चाहिए।
श्री मनोहर लाल ने परेड में शामिल जवानों तथा उनके माता पिता को बधाई देते हुए कहा कि माता-पिता के सहयोग के बिना बच्चे पुलिस में शामिल होकर ऐसी चुनौती भरे काम में इस प्रकार की सफलता प्राप्त नहीं कर पाते हैं, इसलिए आप सब का भी बहुत आभार। उन्होंने कहा कि इन युवाओं ने जीवन अर्जन के लिए नहीं बल्कि देश और समाज की सेवा के रूप में जो रास्ता चुना है, वह सम्मानजनक है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार ने नौकरियों में टीआरपी यानी ट्रांसपैरेंट रिक्रूटमेंट प्रोसेस शुरू किया और यह भर्ती भी मेरिट के आधार पर की गई है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी 9 जनवरी, 2020 को 5192 जवान तथा 25 जुलाई को 400 सब इंस्पेक्टर अपना प्रशिक्षण पूरा कर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बने थे। आज पास हुए 441 प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर में 61 बेटियां भी शामिल हैं, यह भी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में पुलिस में महिलाओं का योगदान मात्र 3 प्रतिशत था, जो अब 10 प्रतिशत तक हो गया है। हमारा लक्ष्य पुलिस बल में महिलाओं की संख्या 15 प्रतिशत तक ले जाने का है, और आज के वर्तमान बैच में महिलाओं की संख्या को देखते हुए यह कहना गौरव की बात है कि हम इस लक्ष्य के और करीब पहुंच गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस दीक्षांत समारोह को इस अकादमी का दीक्षांत समारोह माना जा सकता है, लेकिन वास्तव में दीक्षांत समारोह इस अकादमी से अलग है, वह है समाज की अकादमी। जब हम समाज में जाएंगे तब वास्तव में हमारी दीक्षा का परिणाम देखने को मिलेगा। प्रशिक्षण एक निश्चित अवधि का कार्यक्रम होता है, लेकिन इसके बाद समाज के लिए हम क्या करते हैं, यह मायने रखता है। इसलिए प्रशिक्षणार्थी आइए-सेवार्थ जाइए के भाव के साथ आप सभी आज से समाज सेवा के लिए कार्य करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध पर रोक लगाने के लिए एनफोर्समेंट ब्यूरो भी बनाने की योजना है, ताकि बिजली चोरी, अवैध खनन, आबकारी अपराध, अवैध कॉलोनियां, ओवर लोडिंग इत्यादि का उल्लंघन करने के मामलों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से निपटने के लिए सरकार ने साइबर थाने भी खोले हैं।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उपनिरीक्षक बैच संख्या 20 का प्रशिक्षण 1 मई 2022 को इस अकादमी में आरंभ हुआ था। इन अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान कानून, अन्वेषण, साइबर अपराध, स्मार्ट पुलिसिंग, महिलाओं, बच्चों एवं समाज के कमजोर वर्ग के साथ संवेदनशील व्यवहार, नागरिक हितैषी दृष्टिकोण के साथ साथ आधुनिक हथियारों के परिचालन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
इस मौके पर हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव सहित वरिष्ठ अधिकारी व प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टरों के परिवारजन उपस्थित थे।