स्वच्छता के लिए श्रमदान केवल एक दिन नहीं बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें–श्रमदान करने से एकजुटता व अनुशासन की भावना आती हैं
चंडीगढ़, 01 अक्तूबर – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान के तहत आज अम्बाला शहर में जिला स्तरीय स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और सफाई कार्य में श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश दिया। इससे पूर्व उन्होंने आज के स्वच्छता कार्यक्रम में लगे स्वयं सेवकों व सफाई कर्मचारियों को झंडी दिखाकर जिला स्तरीय स्वच्छता अभियान कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
उन्होनें कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 154वीं जयंती के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देश की जनता से किए गए आह्वान पर आयोजित राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान के लिए किए जा रहे श्रमदान के लिए वे हार्दिक मुबारकबाद एवं शुभकामनाएं देते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर आज पूरे देश में एक अक्टूबर को प्रात: 10 बजे से देशव्यापी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने देश के सभी नागरिकों से सामूहिक रूप से ‘स्वच्छता के लिए एक घंटे का श्रमदान’ करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सफाई कार्य के लिए श्रमदान कार्यक्रम एक दिन का कार्यक्रम नहीं हैं, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
उन्होंने कहा स्वच्छता को लेकर हमें अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत हैं। जब हमारा वातावरण साफ सुथरा रहेगा, तो हम रोगों से दूर रहेंगें। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी तो अपनी ड्यूटी करते ही है, वे सफाई का कार्य कर हमें बीमारियों से बचाते हैं, जोकि एक प्रकार से हमारे सामने भगवान के रूप में खड़े होते हैं। हमें भी अपने घर व बस्तियों, गांवों में साफ सफाई रखने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोड व अन्य सार्वजनिक स्थानों गंदगी न फैलाएं और स्वच्छ भारत एवं श्रेष्ठ भारत बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि श्रमदान करने से एकजुटता व अनुशासन की भावना आती हैं।
उन्होंने कहा कि इस मेगा सफाई अभियान में देश व हरियाणा प्रदेश के सभी नागरिक अपने-अपने गली-मोहल्लों, क्षेत्रों में शिक्षण संस्थानों, बाजारों, रेलवे पटरियों, जल-निकायों, पर्यटक स्थलों, धार्मिक स्थानों आदि जैसे सभी सार्वजनिक स्थानों की वास्तविक सफाई गतिविधियों में श्रमदान करके अपना योगदान देगें।
सभी नागरिकों के अलावा आज हमारे देश-प्रदेश के प्रत्येक शहर, ग्राम पंचायतें व सरकार के सभी संस्थान नागरिकों के सहयोग से स्वच्छता कार्यक्रम को सफल बनाएंगे, जोकि ‘स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा-2023’ का एक हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि श्रमदान शब्द का अर्थ है श्रम का उपहार। श्रमदान के बलबूते पर हम सब मेहनतकश इंसान न केवल स्वच्छ भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने में ही अपना अभूतपूर्व योगदान दे सकते हैं, बल्कि श्रमदान के दम पर एक नया इतिहास रच कर बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और इसके देश और दुनिया में कई उदाहरण है, जिनसे हमें प्रेरणा लेकर सदैव आगे रहना चाहिए।
राज्यपाल ने श्रमदान के दौरान एक नाले का भी निरीक्षण किया तथा नाले की ओर बेहतर ढंग से सफाई करवाने बारे संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए। कार्यक्रम में पहुंचने पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पर्यावरण का प्रतिक पौधा व पुष्प गुच्छ देकर उनका अभिनंदन किया।