नौजवानों में पढ़ने की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से उठाया कदम

संगरूर, 29 सितम्बरः
पंजाब के नौजवानों में पढ़ने की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से की गयी मिसाली पहलकदमी के अंतर्गत मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज 12 अत्याधुनिक लाइब्रेरियां राज्य के लोगों को समर्पित की।
इस मौके पर इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 12 लाइब्रेरियां तो सिर्फ़ शुरुआत है और 16 ऐसी और लाइब्रेरियों का जल्दी उद्घाटन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्व स्तरीय लाइब्रेरियां अत्याधुनिक सहूलतों के साथ लैस हैं जिससे यह पुस्तक प्रेमियों के लिए जन्नत बने। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरियों में एयर कंडीशनर, इनवरटर, सी. सी. टी. वी. कैमरे, वाई-फाई और अन्य आधुनिक सहूलतें मुहैया की गई हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह लाइब्रेरियां वास्तव में ज्ञान और साहित्य का भंडार होंगी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बड़े गौरव की बात है कि इन लाइब्रेरियों में अलग-अलग विषयों की बेशकीमती पुस्तकें हैं, जो पुस्तक प्रेमियों को अपने तरफ खींच रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाइब्रेरियों में कई बहुत दुर्लभ और बेशकीमती किताबें हैं, जो पुस्तक प्रेमियों के लिए बहुमूल्य संसाधन साबित होंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह लाइब्रेरियां विद्यार्थियों की किस्मत बदलने के लिए मील का पत्थर साबित होंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका मंतव्य नौजवानों को राज्य की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनने के लिए तैयार करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर को उत्पादन इकाई बनाने के लिए इस ज़िले में चल रही ‘पहल’ नाम की चलाई स्कीम को अब राज्य सरकार पंजाब भर में लागू करेगी। चीन की मिसाल देते हुये उन्होंने कहा कि अब पंजाब को इस प्रणाली के द्वारा विश्व भर में वस्तु निर्माण में अग्रणी बनाया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को मेहनत और समर्पण की भावना विरासत में मिली है, जिसके द्वारा वह हर क्षेत्र में अपनी कामयाबी के झंडे गाढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों की वर्दियों की सिलाई स्वै- सहायता ग्रुपों से करावाई जायेगी। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के गाँवों में स्वै-सहायता ग्रुप कार्यशील हैं और इस कदम से इन ग्रुपों के कामकाज को और मज़बूत करने में मदद मिलेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम ख़ास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की तरफ से अपने या अपने परिवार सदस्यों के निजी हितों की पूर्ति के लिए शक्तियों का प्रयोग किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने हमेशा आम आदमी को मूर्ख बनाया है जिस कारण इनको लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार लोगों को लूटने की बजाय अस्पताल, स्कूल आदि बना कर उनकी सेवा करने के लिए यत्नशील है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के केवल 18 महीनों के दौरान ही राज्य में 36521 नौकरियाँ दीं और नौजवानों को हर महीने 2000 सरकारी नौकरियां देने का रिकार्ड कायम किया है। उन्होंने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने अपने कार्यकाल के शुरुआती महीनों में नौजवानों को इतनी नौकरियाँ नहीं दीं। भगवंत सिंह मान ने दोहराया कि राज्य सरकार की तरफ से नौजवानों को योग्यता के आधार पर पारदर्शी ढंग से नौकरियाँ दीं जा रही हैं।
विरोधी पार्टियों पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अपने सत्ता के दौर के दौरान महलनुमा घरों में रह रहे थे, उनको लोगों ने राज्य के राजनैतिक पटल से बाहर कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य ने एक नये युग की सुबह देखी है क्योंकि अजेय माने जाते इन नेताओं को लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण पंजाब में बदलाव देखने को मिला है और पहली बार किसी सरकार की तरफ से जन हितैषी फ़ैसले लिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि पंजाब और इसके लोगों का पैसा लूटने वाले किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट तत्वों को जेलों के पीछे डाला जायेगा और किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध राज्य सरकार द्वारा शुरु किये संघर्ष में लोगों के पूर्ण सहयोग की माँग की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही ज़मीनों की रजिस्टरी के लिए एन. ओ. सी. सबंधी मुद्दा भी हल करेगी। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य के लिए ज़मीन की पहचान और हदबंदी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( ए. आई.) की शुरुआत की जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार राजस्व, पुलिस, कराधान, स्वस्थ, कृषि और अन्य विभागों में नयी क्रांति लाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों स्वरूप राज्य के खिलाड़ी एशियाई खेलों में राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को नकद इनाम और अन्य सहूलतें देकर उत्साहित किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की तैयारी के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है।