गुरू नानक पेशैंट केयर सैंटर का उद्घाटन, मुफ़्त मेडिकल कैंप का निरीक्षण
चंडीगढ़ / कपूरथला, 16 सतम्बर
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में लोगों को मुफ़्त मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में नये मील पत्थर स्थापित कर रही है और 664 आम आदमी क्लीनिकों के द्वारा अब तक 51 लाख से अधिक लोगों द्वारा स्वास्थ्य सुविधाएं ली जा चुकी हैं।
स्थानीय करतारपुर रोड पर स्थित गुरू नानक पेशैंट केयर सैंटर का उद्घाटन करने के उपरांत सैंटर द्वारा लगाए गए मुफ़्त मेडिकल चैकअप कैंप के निरीक्षण के दौरान स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिया जाने वाला हर तरह का योगदान और सहयोग बहुत सराहनीय है, जो लोगों को ज़रूरी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के हर इलाके में आम आदमी क्लीनिकों की शुरुआत के साथ लोगों को बड़ी सुविधा प्रदान की गई है, जहाँ उनके 40 तरह के टैस्ट और 80 तरह की मुफ़्त दवाओं का उपयुक्त प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों की स्थापति के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा बड़े और छोटे शहरों में सरकारी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे और आधुनिक तकनीकों की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोगों के लिए मानक इलाज सुनिश्चित बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि कपूरथला जिले में 6 और नये आम आदमी क्लीनिक स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें से 4 भलत्थ सब डिविजऩ, 1 फगवाड़ा और 1 गाँव बलेरखानपुर में लोगों की सुविधा के लिए बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों की स्थापति के साथ लोगों को अपने घरों के नज़दीक ही रूटीन के इलाज और टैस्टों की सुविधा मिल जायेगी। बलकार सिंह ने गुरू नानक पेशैंट केयर सैंटर द्वारा लोगों को दी जा रही मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि संस्था का प्रयास लोगों के लिए लाभप्रद साबित हो रहा है।
इस मौके पर गुरू नानक पेशैंट केयर सैंटर के मैनेजिंग डायरैक्टर सैमूअल मसीह, प्रबंधक गुरदेव सिंह, डॉ. आर.पी.एस छाबड़ा, डॉ. वैभव गांधी, डॅा. अमनप्रीत सिंह और डॉ. जोहन विलियम्स के अलावा समूह स्टाफ उपस्थित थे।
एडवोकेट जनरल पंजाब श्री विनोद घई ने पंजाब भवन चंडीगढ़ में एडवोकेट केस मैनेजमेंट सिस्टम पंजाब (ए.जी.सी.एम.एस. पंजाब) फेज 1 और 2 के लॉन्च किया, जिसके होंद में आने से कानूनी क्षेत्र में कानून की जटिल प्रक्रियाओं का तुरंत हल निकाला जा सकेगा।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ए.जी.सी.एम.एस. पंजाब लीगल केस ऐडमिनस्ट्रेशन के क्षेत्र में हुई बेमिसाल तरक्की को दिखाता है। इस प्रणाली की विशेषताओं में कामकाज की क्षमता को प्रभावशाली ढंग से बढ़ाना, तालमेल को प्रोत्साहित करना और पंजाब के कानूनी क्षेत्र में कानून की जटिल प्रक्रियाओं सम्बन्धी तुरंत हल प्रदान करना है।
प्रवक्ता के अनुसार ए.जी.सी.एम.एस. पंजाब फेज 1 और 2 में ऑटोमेटिड डेटा सिंक्रोनाईज़ेशन: ए.जी.सी.एम.एस. पंजाब रीयल-टाईम डेटा सिंक्रोनाईज़ेशन की सुविधा प्रदान करता है, जो केस की स्थिति, सुनवाई के शड्यूल और फ़ैसले सम्बन्धी तुरंत जानकारी प्रदान करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। यह दस्तावेज़ों के कुशल प्रबंधन के लिए एक सुरक्षित और संगठित प्रणाली है, जो केस से सम्बन्धित दस्तावेज़ों तक आसान पहुँच प्रदान करते हुए डेटा प्राप्ति प्रोटोकोल को अनुकूल बनाती है।
गौरतलब है कि यह प्रणाली कानूनी भाईचारे के दरमियान मज़बूत तालमेल को प्रोत्साहित करते हुए उचित जानकारी, लीगल रिसर्च और केस से सम्बन्धित रणनीतियों के निर्विघ्न प्रसार की सुविधा प्रदान करता है। बेहतर डेटा सुरक्षा प्रोटोकोल के द्वारा यह प्रणाली कॉन्फीडैंशियल कानूनी जानकारी को बरकरार रखते हुए कारगर सुरक्षा विधियों के द्वारा डेटा सुरक्षा को मज़बूत करती है। कानून के समूह अधिकारियों तक जानकारी की सुविधाजनक और आसान पहुँच के लिए एक समर्पित एप्लीकेशन भी उपलब्ध है।
एडवोकेट जनरल श्री विनोद घई ने अपने संबोधन के दौरान मशहूर शख्सियतों द्वारा दिए गए कीमती योगदान के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्लेटफॉर्म पंजाब के कानूनी क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधारों की सीमा-रेखा करता है। ए.जी.सी.एम.एस. पंजाब फेज 1 और 2 हमारे कानून के अधिकारियों को जटिल मुकदमेबाज़ी का सुचारू ढंग से निर्णय करने की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह न्याय देने की प्रक्रिया को तेज़ करते हुए आधुनिकीकरण की शुरुआत के लिए हमारी अटूट वचनबद्धता को दिखाता है।
इस उद्घाटन समारोह में एडवोकेट जनरल के दफ़्तर के समूह माननीय लॉ अफसरों, सीनियर एडीशनल एडवोकेट जनरल श्री आई.पी.एस धन्ना, एडीशनल एडवोकेट जनरल अमन पाल, आई.टी समिति के अनु पाल डी.ए.जी. पंजाब, अभय पाल गिल डी.ए.जी. पंजाब, अर्जुन शियोरान ए.ए.जी. पंजाब और अरुण गुप्ता ए.ए.जी.पंजाब, प्रोवाकिल के संस्थापक जयदीप पठानिया और ए.जी.सी.एम.एस. पार्टनर शाश्वत सिक्का उपस्थित थे।
25 खेलों के जि़ला स्तरीय मुकाबले 26 सितम्बर से होंगे शुरू, सभी प्रबंध मुकम्मल: मीत हेयर
8 खेलों के ब्लॉक स्तरीय मुकाबलों में 2 लाख के करीब खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया
चंडीगढ़, 16 सितम्बर:
पंजाब में खेल सभ्याचार पैदा करने और खेल के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरू किए गए खेडां वतन पंजाब दियां के सीजन- 2 में पहले साल की अपेक्षा भी अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है।
खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने जानकारी देते हुए बताया कि खेल के पहले पड़ाव में ब्लॉक स्तर पर आठ खेल के करवाए गए मुकाबले सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गए, जिनमें दो लाख के करीब खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया। अब 26 सितम्बर से जि़ला स्तरीय मुकाबले शुरू होने जा रहे हैं, जिसके लिए सभी प्रबंध मुकम्मल कर लिए गए हैं। पिछले साल खेलों में 3 लाख खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया था और इस बार यह संख्या और अधिक बढ़ेगी। खिलाडिय़ों की माँग को स्वीकार करते हुए विभाग ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से वंचित रह गए खिलाडिय़ों को सीधा ग्राउंड में समय पर पहुँचने पर हिस्सा लेने की आज्ञा दी गई थी।
मीत हेयर ने आगे बताया कि खेल विभाग द्वारा कुल 35 खेलों में आठ उम्र वर्गों अंडर 14, अंडर 17, अंडर 21, 21-30 साल, 31-40 साल, 41-55 साल, 56-65 साल और 65 साल से अधिक के मुकाबले करवाए जा रहे हैं। इनमें से आठ खेल एथलैटिक्स, फ़ुटबॉल, वॉलीबॉल (स्मैशिंग और शूटिंग), कबड्डी ( नेशनल स्टाइल और सर्किल स्टाइल), खो-खो और रस्साकशी के मुकाबले ब्लॉक स्तर पर 31 अगस्त से 10 सितम्बर तक राज्य भर के 157 ब्लॉकों में करवाए गए हैं।
खेल मंत्री ने बताया कि अब जि़ला स्तरीय मुकाबले 26 सितम्बर से 5 अक्तूबर तक करवाए जाएंगे। जि़ला स्तर पर 25 खेलों के मुकाबले करवाए जाएंगे, जिनमें से उक्त ब्लॉक स्तर पर करवाई गईं आठ खेलों के केवल विजेता ही हिस्सा लेंगे, जबकि बाकी खेलों के मुकाबले सीधे जि़ला स्तर पर होंगे। इन खेलों में हॉकी, हैंडबॉल, मुक्केबाज़ी, बास्केटबॉल, कुश्ती, जूडो, पावर लिफ्टिंग, लॉन टैनिस, बैडमिंटन, निशानेबाजी, किक बॉक्सिंग, तैराकी, नैटबॉल, गतका, शतरंज़, टेबल टैनिस, वेटलिफ्टिंग और सॉफ्टबॉल शामिल हैं।
मीत हेयर ने आगे बताया कि अक्तूबर महीने में 35 खेलों के करवाए जाने वाले राज्य स्तरीय मुकाबलों में से उक्त 25 खेलों के केवल जि़ला स्तरीय विजेता ही हिस्सा लेंगे, जबकि 10 खेलों के सीधे राज्य स्तरीय मुकाबले होंगे। यह 10 खेल तीरअन्दाज़ी, काएकिंग और कैनोइंग, जिमनास्टिक, रोलर स्केटिंग, रोइंग, घुडसवारी, साईकलिंग, वुशू, रगबी और तलवारबाजी हैं। राज्य स्तर पर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वालों को क्रमवार 10, 7 और 5 हज़ार रुपए के इनाम मिलेंगे और कुल मिलाकर विजेताओं को 7 करोड़ रुपए की ईनामी राशि दी जायेगी।