शिक्षा मंत्री ने विजेता बच्चों और शिक्षकों को किया सम्मानित
चंडीगढ़ , 10 सितंबर – भारत विकास परिषद् की सोनीपत शाखा द्वारा सोनीपत के ऋषिहुड विश्वविद्यालय में आयोजित गुरू वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का बतौर मुख्यातिथि प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने द्वीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों व शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन समय में जब भारत विश्व गुरू था तो उस समय में हमारे शिक्षकों का सबसे ज्यादा मान सम्मान था। लेकिन आज का समय बिल्कुल बदल गया है क्योंकि आज के समय बच्चे शिक्षक को एक कर्मचारी की तरह मानते हैं और उनका सम्मान भी नहीं करते। बच्चों की इसी सोच से आज हमारी संस्कृति लुप्त होती जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर हमें अच्छा ज्ञान प्राप्त करना है और अपने जीवन में सफल होना है तो शिक्षक का सम्मान करना होगा, तभी हम अपने शिक्षकों से अच्छी शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के पढ़े लिखे लोग अपने परिवार तक ही सीमित हो गए है लेकिन पुराने समय में जो व्यक्ति पढ़-लिख जाता था वह अपने समाज और गांव को अच्छी शिक्षा देना अपना पहला कर्तव्य मानता था। इसलिए वह अपने समाज के लोगों को बिना किसी लालच के पढ़ाता था ताकि हमारा समाज आगे बढ़ सके।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमारे वैज्ञानिकों तथा डॉक्टरों की टीम की हमेशा प्रशंसा की और उनकी पीठ थपथपाई, जिससे उन्होंने मेहनत, लगत और शक्ति के साथ कार्य किया और स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया। यही नहीं जब हमारे देश का चंद्रयान मिशन-2 किसी कारण असफल रहा तो प्रधानमंत्री ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौंसला बढ़ाया कि वे इस मिशन से कुछ सीखकर आगे और मेहनत करें, जिसका परिणाम आज पूरे विश्व के सामने है कि भारत विश्व का पहला देश बन गया है, जिसने चंद्रमा के साउथ पोल पर अपनी सफल लैंडिग की है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज हमारा भारत जी-20 की बैठक की अध्यक्षता कर रहा है जो देश के लिए बड़े ही गर्व की बात है। इस जी-20 बैठक में पूरे विश्व ने जी विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए भारत की नई तस्वीर देखी।
इस दौरान स्कूली छात्राओं ने भारतीय संस्कृति पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।