डीजीपी पंजाब की तरफ से फील्ड अफसरों को नशों की स्पलाई चेन को तोड़ने के लिए बड़े स्तर पर कार्यवाही करने के हुक्म

चंडीगढ़, 29 अगस्त:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से आगामी स्वतंत्रता दिवस तक पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने की वचनबद्धता को पूरा करने के लिए डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज सभी फील्ड अफ़सरों को नशे की स्पलाई को तोड़ने के लिए सख़्त कार्यवाही के हुक्म दिए हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि राज्य में से नशे के ख़ात्मे के लिए तीन आयामी रणनीति— पुलिस इन्नफोरसमैंट, नशा छुड़ाओ और पुनर्वास— को लागू किया जायेगा।
नशों के विरुद्ध अत्याधुनिक रणनीति तैयार करने के लिए आज डीजीपी राज्य के सभी आठ रेंज आईजीज़/ डीआईजीज़, 28 सीपीज़/ ऐसऐसपीज़, 117 डिप्टी सुपरडैंट आफ पुलिस ( डीऐसपीज़) और 410 से अधिक स्टेशन हाऊस अफ़सरों ( ऐसऐचओज़) के साथ वीडियो कान्फ़्रेंस के द्वारा राज्य स्तरीय समीक्षा मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर डीजीपी के साथ स्पैशल डीजीपी ऐसटीऐफ कुलदीप सिंह, स्पैशल डीजीपी इंटेलिजेंस- कम- चीफ़ डायरैक्टर विजीलैंस ब्यूरो पंजाब वरिन्दर कुमार और स्पैशल डीजीपी लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला भी मौजूद थे।
यह मीटिंग डीजीपी पंजाब गौरव यादव की तरफ से फिल्लौर में पंजाब पुलिस अकैडमी में ड्रग तस्करी के बारे की उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता से एक दिन बाद की गई।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस नशों की स्पलाई चेन को तोड़ने, नशों की माँग घटाने और पीडि़तों को इलाज प्रदान करने के लिए मीटिंगें, रैलियाँ, सैमीनार करके और अन्य विभागों के तालमेल के साथ बड़े स्तर पर लोगों तक पहुँच बना कर नशों की तस्करी के विरुद्ध बहु-आयामी रणनीति पर काम कर रही है।
इस तथ्य को स्वीकार करते हुए कि पंजाब पुलिस की तरफ से अगस्त महीने के दौरान 200 किलोग्राम हेरोइन ज़ब्त करके नशों के विरुद्ध बहुत बढ़िया काम किया गया है, उन्होंने नशा तस्करों के विरुद्ध चौकसी और तेज करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
उन्होंने सभी फील्ड अफसरों को ऐनडीपीऐस एक्ट के अंतर्गत दर्ज की सभी एफ. आई. आरज़. के अगले- पिछले संबंधों की गहराई के साथ जांच करने और बड़ी मछलियों की जायदादों को ज़ब्त करने के आदेश दिए। उन्होंने सभी इकाईयों को अपने अधिकार क्षेत्रों में नशों के संवेदनशील स्थानों की पहचान करने और अपने अधिकार क्षेत्रों को नशा मुक्त बनाने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए भी कहा।
नशों के विरुद्ध जंग में लोगों को शामिल करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते डीजीपी ने समूह ऐसऐचओज़ को कहा कि वह आम लोगों के साथ बातचीत करें और अपने संपर्क नंबर उनके साथ सांझे करें जिससे वह बेझिझक पुलिस के साथ किसी भी तरह की जानकारी सांझी कर सकें।
ज़िक्रयोग्य है कि सभी सीपीज़/ ऐसऐसपीज़ को खेल, सेहत और शिक्षा विभाग के साथ मिल कर लोगों को नशों के बुरे प्रभावों के बारे जागरूक करने के लिए साइकिल रैलियाँ, पेंटिंग मुकाबले, नुक्कड़ नाटक आदि समेत जागरूकता प्रोग्राम आयोजित करने के लिए भी कहा गया है।
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