बाग़बानी विभाग से सम्बन्धित ज़मीनों का रिकॉर्ड जल्दी किया जाएगा ऑनलाइन: चेतन सिंह जौड़ामाजरा
चंडीगढ़, 21 अगस्तः
पंजाब के बाग़बानी मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने आज राज्य में बाग़बानी विभाग से सम्बन्धित ज़मीनों का सारा रिकॉर्ड जल्द से जल्द ऑनलाइन करने के निर्देश दिए हैं।
यहाँ अपने दफ़्तर में विभाग के मुख्य दफ़्तर और ज़िलों के अधिकारियों की मीटिंग को संबोधन करते हुए स. जौड़ामाजरा ने कहा कि अधिकारी 15 दिनों के अंदर- अंदर विभाग की ज़मीनों की ज़िलेवार सूचियां और तस्वीरें सौंपें ताकि रिकॉर्ड ऑनलाइन करने के लिए मुकम्मल डाटा अपलोड किया जा सके। उन्होंने कहा कि इससे जहाँ विभाग की मल्कीयत वाली ज़मीनों पर कब्ज़े की संभावना शून्य हो जाएगी, वहीं विभाग खाली स्थानों पर पौधे लगाकर आमदन के और ज्यादा स्रोत पैदा कर सकेगा। उन्होंने कहा कि विभाग का डाटा ऑनलाइन करने का मकसद सरकारी कामकाज में और ज्यादा पारदर्शिता यकीनी बनाना है।
कैबिनेट मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने विभाग के प्रमुख सचिव श्री के.ए.पी. सिन्हा को हिदायत की कि वह ज़िला बाग़बानी अफसरों को तुरंत पत्र जारी करके कार्यवाही अमल में लाएं।
राज्य की प्राईवेट नरसरियों को विभाग के साथ रजिस्टर्ड करने सम्बन्धी अधिकारियों को हिदायत करते हुए स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि इसके साथ-साथ ही बाग़बानी अधिकारी यह भी यकीनी बनाएं कि कमर्शियल प्रयोग के लिए राज्य के वातावरण के अनुकूल पौधे ही लगाए जाएँ।
विभाग में काम करते एन.एच.एम. मुलाजिमों की माँगों सम्बन्धी विचार-विमर्श करते हुए कैबिनेट मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि यह मुलाज़िम विभाग का अभिन्न अंग हैं। इसलिए उनकी मांगों पर हमदर्दी से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की सरकार राज्य में अधिक से अधिक रोज़गार पैदा करने के लिए वचनबद्ध है और किसी का रोज़गार छीनने वाली किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने विभाग के डायरैक्टर श्रीमती शैलेंद्र कौर को आदेश दिए कि वह राज्य के समूह दफ्तरों का दौरा करें और स्टाफ और सामान सम्बन्धित रिपोर्ट दें।
मीटिंग के दौरान किसानों की आय बढ़ाने के लिए फ़सली विभिन्नता अपनाने पर भी ज़ोर दिया गया। उन्होंने कहा कि कृषि को लाभदायक पेशा बनाने सम्बन्धी बाग़बानी विभाग फ़सली विभिन्नता में अहम योगदान डाले और विभाग की स्कीमों सम्बन्धी अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करे। स. जौड़ामाजरा ने विभिन्न ज़िलों की प्रगति का जायज़ा लेते हुए अधिकारियों को हिदायत की कि वह कैंपों के द्वारा किसानों को बाग़बानी स्कीमों के बारे में तकनीकी जानकारी दें ताकि वह रिवायती फ़सलों की अपेक्षा अधिक आमदन कमा सकें।
इसके इलावा विभाग में तरक्की के मामलों, दर्जा-4 कर्मचारियों की भर्ती सम्बन्धित प्रस्ताव और उप-निरीक्षकों, मालियों एवं बेलदारों के नियमों सम्बन्धी ताज़ा स्थिति आदि के मुद्दों बारे भी विचार-चर्चा की गई।