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हरजोत सिंह बैंस ने सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी  और प्राइमरी दाखि़लों में हुयी बढ़ोतरी का श्रेय मुख्यमंत्री भगवंत मान को दिया

चंडीगढ़, 24 जुलाईः

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी दाखि़लों में 16.3 प्रतिशत बढ़ोतरी मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से लाई शिक्षा क्रांति का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि राज्यय भर के सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी दाखि़लों में 16.3 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी एक ऐतिहासिक प्राप्ति है क्योंकि यह देश के सभी राज्ययों में से पहली बार इस श्रेणी में दर्ज किया सबसे अधिक है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि अकादमिक साल 2022- 2023 में राज्य के सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं में कुल 1.70 लाख विद्यार्थियों ने दाखि़ला लिया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस साल यह बात सांझा करते हुये हमें मान महसूस हो रहा है कि हमने 1.98 लाख दाखि़लों के आंकड़े को पार करके इस मील पत्थर को पार किया है। उन्होंने आगे कहा कि यह कदम राज्य सरकार की तरफ से चलाई जा रही शिक्षा प्रणाली में लोगों के विश्वास को दर्शाता है।
ज़िक्रयोग्य है कि सरहदी जिले तरन तारन में प्री-प्राइमरी दाखि़लों में 25 प्रतिशत की बेमिसाल बढ़ोतरी हुयी है। इस प्राप्ति ने पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं, जो इस क्षेत्र में शैक्षिक पहलकदमियों के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि पंजाब भर में प्राइमरी कक्षाओं में 75,500 से अधिक नये विद्यार्थी दाखि़ल हुए हैं, जोकि सरकारी स्कूलों में बढ़ रही रुचि को दर्शाता है और राज्य के नौजवानों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रशासन के समर्पण को दर्शाता है।
हरजोत सिंह बैंस इस शानदार तरक्की का श्रेय मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है, जिन्होंने राज्य की स्कूली शिक्षा में इस क्रांति को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व अधीन राज्य अपने शिक्षा क्षेत्र में बेमिसाल तबदीली का गवाह है और यह आंकड़े उनके गतिशील नेतृत्व का नतीजा है।
उन्होंने बताया कि नामांकन मुहिम में तरन तारन सबसे अग्रणी है, अंतिम सूची अनुसार तरन तारन में 25.8 फीसद, मानसा में 24.7 फीसद, पठानकोट में 23 फीसद, होशियारपुर में 21.9 फीसद, कपूरथला में 20.5 फीसद, फ़िरोज़पुर में 20.3 फीसद, लुधियाना और फाजिल्का में 19.7 फीसद, मोगा में 19. 5 फीसद, श्री मुक्तसर साहिब में 19. 1 फीसद, जालंधर में 17. 6 फीसद, गुरदासपुर में 14. 9 फीसद, संगरूर में 13. 9 फीसद, एस. बी. एस. नगर में 12. 9 फीसद, पटियाला में 12. 4 फीसद, एस. ए. एस नगर में 12. 3 फीसद, मलेरकोटला में 12. 1 फीसद, अमृतसर में 11. 4 फीसद, रूपनगर में 11. 1फीसद, फतेहगढ़ साहिब में 10. 4 फीसद, बठिंडा में 8. 5 फीसद, बरनाला में 8. 3 फीसद और फरीदकोट में 6. 4 फीसद है।
इसी तरह प्राइमरी दाखि़ला मुहिम में लुधियाना रैंकिंग में सबसे ऊपर है। प्रतिशतता के अनुसार, लुधियाना में 12. 1 फीसद बढ़ोतरी , एस. ए. एस. नगर में 8. 2 फीसद, होशियारपुर में 8. 1 फीसद, जालंधर में 7. 0 फीसद, फतेहगढ़ साहिब में 6. 9 फीसद, मलेरकोटला में 5. 5 फीसद, कपूरथला में 4. 5 फीसद, एस. ए. एस. नगर में 3. 9 फीसद, पटियाला में 3. 8 पठानकोट और मोगा में 2. 8 फीसद, बरनाला और फ़िरोज़पुर में 1. 9 फीसद, मानसा में 1. 8 फीसद, श्री मुक्तसर साहिब में 1.5 फीसद, अमृतसर में 0.7 फीसद, गुरदासपुर और फाजिल्का में 0. 6 फीसद, तरन तारन में 0.3 फीसद, बठिंडा में 0. 2 फीसद, संगरूर में 0. 1 फीसद बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
श्री बैंस ने इस मुहिम में शामिल सभी अध्यापकों और अधिकारियों को बधाई दी और इच्छा ज़ाहिर की कि अगले साल इस मुहिम को और बल मिलेगा।
ज़िक्रयोग्य है कि शिक्षा मंत्री ने दाखि़ला मुहिम में कम कारगुज़ारी दिखाने वाले छह ज़िला शिक्षा अफ़सरों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। इस बार दाखि़ला मुहिम की निगरानी स्कूल शिक्षा मंत्री की तरफ से स्कूल स्तर पर की गई है।