स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरी लगन और सौहार्द से प्रदान कर रही हैं बाढ़ प्रभावित लोगों को मैडीकल सेवाएं
चंडीगढ़, 21 जुलाईः
बाढ़ के कारण संकट में घिरे लोगों को मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा- निर्देशों अनुसार सहायता प्रदान करने की वचनबद्धता के हिस्से के तौर पर, राज्य में बाढ़ के कारण पैदा हुई असुखद स्थिति से निपटने के मद्देनज़र राज्य सरकार ने अपनी सारी सरकारी मशीनरी झोंक दी है जिससे जल्द से जल्द जन- जीवन को फिर पटरी पर लाया जा सके।
राज्य में राहत कामों में तेज़ी लाने और मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों अनुसार 26800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। इस संबंधी जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि 21 जुलाई को प्रातःकाल 8 बजे तक 1441 गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में कुल 155 राहत कैंप चल रहे हैं, जिन में 4560 लोगों का आरज़ी पुनर्वास किया गया है।
इस समय पर तरन तारन, फ़िरोज़पुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एस. ए. एस नगर, जालंधर, संगरूर, एस. बी. एस. नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मानसा, बठिंडा और पठानकोट समेत 19 ज़िले बाढ़ से प्रभावित हैं। .
राजस्व विभाग की तरफ से अलग-अलग जिलों से प्राप्त रिपोर्टों अनुसार राज्य में बाढ़ के कारण कुल 40 लोगों की जान जा चुकी है।
पशु पालन विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार राज्य में कुल 1746 पशुओं का इलाज किया गया जबकि टीकाकरन वाले पशुओं की संख्या 4836 है।
विभाग की बचाव टीमें जरूरतमंद पशुओं का इलाज, फीड स्पलाई, चारा और सिलेज मुहैया करवाने के लिए दिन- रात काम कर रही हैं। प्रभावित जिलों में विशेष बाढ़ राहत कैंप भी लगाए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ़ स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरी तनदेही के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं। प्रवक्ता अनुसार 458 रैपिड रिस्पांस टीमें ( आर. आर. टी.) बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में 246 मैडीकल कैंप लगाए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सूखे भोजन के पैकेट लगातार बाँटे जा रहे हैं। रूपनगर में 22,881, पटियाला में 64000, ऐसएऐस नगर में 4800, ऐसबीऐस नगर में 5700 और फतेहगढ़ साहिब में 2200 सूखे भोजन के पैकेट बाँटे गए हैं।