सरकार द्वारा पशुपालकों को पशुपालन के लिए दी जाती है 25 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी
चण्डीगढ़, 21 जुलाई –
हरियाणा सरकार द्वारा पशु पालकों की आय बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। पशु डेयरी खोलने के लिए सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। पशुपालकों को पशुपालन के लिए 25 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री जे पी दलाल ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा पशुधन इकाई स्थापना के लिए मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के तहत फैमिली आईडी में दर्शायी आय के अनुसार पशुपालन के लिए आर्थिक सहायता राशि दी जाती है।
उन्होंने बताया कि दो गाय-भैंस पर सामान्य जाति के पशु पालक को 25 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति के नागरिकों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है। 16 बकरी-भेड़ पालन के लिए सामान्य जाति के व्यक्ति को 25 प्रतिशत व अनुसूचित जाति को 90 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। 11 सूअर पालन के लिए सामान्य वर्ग को 25 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने बताया कि देशी मुर्गी के 50 चूजे के साथ-साथ दो-दो दाना-पानी के कटोरे भी मुफ्त दिए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पशु पालकों को दुध उत्थान बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाती हैं। इन प्रतियोगिताओं में पशु पालकों को पांच से 30 हजार रुपये तक इनाम दिया जाता है। पांच से आठ लीटर दूध देने वाली बेलाही गाय को पांच हजार, 8 से दस लीटर के लिए 10 हजार रुपये एवं 10 लीटर से ज्यादा दूध देने वाली गाय को 15 हजार रुपये का इनाम दिया जाता है। इसी प्रकार, हरयाना गाय को 8 से 10 लीटर पर 10 हजार, 10 से 12 लीटर पर 15 हजार व 12 लीटर से ज्यादा दूध देने वाली गाय को 20 हजार रुपए का इनाम दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि साहीवाल गाय को 10 से 12 लीटर दूध देने पर 10 हजार, 12 से 15 लीटर पर 15 हजार रुपये तथा 15 लीटर से ज्यादा दूध देने पर 20 हजार रुपए का इनाम दिया जाता है। उन्होंने बताया कि मुर्राह भैंस को 18 से 22 लीटर दूध देने पर 15 हजार रुपये, 22 से 25 लीटर पर 20 हजार रुपये एवं 25 लीटर से ज्यादा दूध देने वाली भैंस को 30 हजार रुपये का इनाम दिया जाता है। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।