कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा द्वारा मुनक के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कामों का जायज़ा
चंडीगढ़/ मुनक, 15 जुलाईः
मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत आज कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा और अमन अरोड़ा द्वारा मुनक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके ज़िला प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे राहत कामों का जायज़ा लिया गया। इस मौके पर उनके साथ विधायक बरिन्दर गोयल भी उपस्थित थे।
मंत्रियों ने लार्ड शिवा स्कूल, हमीरगढ़, जहाँ प्रशासन की तरफ से बचाव और तालमेल केंद्र स्थापित किया गया है, का दौरा किया। इसके बाद उनकी तरफ से फ़ौज की किश्ती के द्वारा बाढ़ प्रभावित नयागांव और होतीपुर गाँवों के डेरों/ ढाणियों का दौरा किया।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ख़ुद प्रभावित इलाकों की स्थिति और राहत कामों के बारे पल पल की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों, फ़ौज और एन.डी.आर.एफ. के जवानों के साथ किश्तियों के द्वारा गाँवों से संपर्क से टूट चुके घरों तक पहुँच की गई जहाँ लोगों ने पंजाब सरकार के राहत कामों पर संतोष जताया है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि प्रशासन की तरफ से खेतों, डेरों, गाँवों के लिए किश्तियों के द्वारा मदद पहुँचाने के लिए ज़ोन बना कर हर तरह की सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है जिसमें मैडीकल सहायता भी शामिल है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से इस उद्देश्य के अंतर्गत फंड जारी किये जा चुके हैं और राज्य के हर प्रभावित नागरिक, घर, खेत और गाँव तक राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है। उन्होंने कहा कि धीरे धीरे पानी का स्तर घट रहा है, जिसके उपरांत प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए कार्यवाही आरंभ की जायेगी और जल्द ही जनजीवन सामान्य होगा।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि जल्दी ही पंजाब सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन ऐसी पुख़्ता योजना तैयार की जायेगी जिससे हर साल बारिशों के दौरान आने वाली मुश्किलों का उपयुक्त हल हो सके। उन्होंने कहा कि जिस दिन की कुदरती आपदा आयी है उस दिन से ही मुख्यमंत्री के नेतृत्व अधीन समूह मंत्री, हलका विधायक, प्रशासन, पुलिस, फ़ौज, एन.डी.आर.एफ के जवान इस आपदा से निपटने लिए संयुक्त तौर पर यत्नशील हैं।
श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से आगामी तौर पर किये गए प्रयासों स्वरूप ही ड्रेनों की साफ़ सफ़ाई के पक्ष से कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी गई परन्तु इस बार घग्गर में 752 फुट से पानी का स्तर ज़्यादा बढ़ जाने के कारण खतरे का कारण बना जबकि पहले यह 748 फुट पानी के स्तर पर ही टूट जाता था। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से बाढ़ से प्रभावित हिस्सों में राहत कार्य, बचाओ कार्य और पुनर्वास कामों में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पिछली सरकारों ने ऐसीं कुदरती आपदाओं से निपटने के लिए योजनाबद्ध ढंग के साथ भविष्य को ध्यान में रखते हुये प्रयास किये होते तो आज ऐसी स्थिति पैदा न होती।
इससे पहले कैबिनेट मंत्रियों ने हमीरगढ़ में स्थापित राहत केंद्र में जायज़ा लेते हुये प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा मीटिंग की और दिशा-निर्देश जारी किये।