मुख्यमंत्री द्वारा जमीनी स्तर पर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा, एसएएस नगर और रोपड़ जिलों के बारिश प्रभावित इलाकों का तूफानी दौरा
एसएएस नगर/रोपड़, 10 जुलाई-
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जमीनी स्तर पर चल रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए आज बारिश प्रभावित इलाकों का तूफानी दौरा किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मूसलाधार बारिश से प्रभावित निचले इलाकों से सुरक्षित निकाले गये लोगों से भी बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने मोहाली के फेज 6 में स्थित रेन बसेरा, जमुना अपार्टमेंट खरड़, गांव कजौली, बूथगढ़ और रोपड़ जिले का दौरा करते हुए कहा कि वह पहले के मुख्यमंत्रियों की तरह खानापूर्ति करने के लिए स्थिति का जायजा लेने हेतु हेलीकॉप्टर पर चक्कर नहीं लगा रहे हैं बल्कि खुद लोगों के बीच जाकर वास्तविक स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति चिंताजनक है लेकिन फिर भी राज्य सरकार जनहानि को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि बचाव कार्य के लिए एन.डी.आर.एफ. की टीमों को तैनात कर दिया गया है लेकिन सेना को अभी तक इस कार्य के लिए आधिकारिक तौर पर तैनात नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई, जिस दौरान उन्होंने श्री शाह को राज्य की समग्र स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फिलहाल राहत एवं बचाव कार्यों के लिए केंद्रीय सहायता की जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि भगवंत मान ने कहा कि जरूरत पड़ने पर स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों, घरों और अन्य क्षेत्रों को हुए नुकसान का पता लगाने के लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर बारिश के कारण हुए नुकसान का पता लगाने के लिए तत्काल निगरानी करने हेतु उपायुक्तों को विस्तृत निर्देश जारी किए जाएंगे। भगवंत मान ने लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार प्रकृति के प्रकोप से उत्पन्न स्थिति में उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने लोगों से बिल्कुल नहीं घबराने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकार लोगों की सेवा में हमेशा मौजूद है और राज्य में लगातार हो रही बारिश से उत्पन्न स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा है और सभी के पूर्ण सहयोग से इस स्थिति से उचित तरीके से निपटा जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में पंजाब के लोगों के साथ है और लोगों को इस संकट से बाहर निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वे किसी भी बात की चिंता न करें क्योंकि राज्य सरकार स्थिति को आसान बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद राज्य के कोने-कोने में जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश किसी भी व्यक्ति के नियंत्रण से बाहर है, लेकिन सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। भगवंत मान ने कहा कि पहले से ही सभी कैबिनेट मंत्री, विधायक और अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में मौजूद हैं और इस कठिन समय में जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से लोगों की जान-माल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उपायुक्त और एसएसपी अपने-अपने जिलों में राहत कार्य चला रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि निचले और प्रभावित इलाकों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है और जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस गंभीर संकट में लोगों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। भगवंत मान ने कहा कि भारी बारिश के कारण पैदा हुई इस स्थिति में लोगों की जान-माल की रक्षा करना राज्य सरकार का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मंत्री, विधायक और अधिकारी निचले और बाढ़ संभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य के सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं, जिनके नंबर जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इन नियंत्रण कक्षों में लोगों की सेवा के लिए 24 घंटे अधिकारियों को तैनात किया गया है। भगवंत मान ने कहा कि अधिकारियों को आपात स्थिति में लोगों की किसी भी संकटपूर्ण कॉल पर तुरंत कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।